कोटा में छात्रा ने हॉस्टल की 5वीं मंजिल से छलांग लगाकर कर लिया सुसाइड
कोटा। राजथान के कोटा से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 17 साल की छात्रा ने अपने हॉस्टल की 5वीं मंजिल से छलांग लगाकर सुसाइड कर लिया। हैरानी की बात यह है कि लड़की जैसी कूदने के लिए बालकनी में आई तो पिता उसके लिए बचाने के लिए दौड़े। बस पिता को देखते ही बेटी ने छलांग लगा दी। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है।
पिता ले जाना चाहते घर..लेकिन बेटी ने दे दी जान
दरअसल, यह मामला कोटा शहर की एक गर्ल्स हॉस्टल का है, जहां बिहार की रहने वाली छात्रा शिखा कुमारी मेडिकल एंट्रेंस परिक्षा की तैयारी रही थी। लेकिन शनिवार को उसने 5वीं मंजिल से नीचे कूदकर अपनी जान दे दी। बताया जाता है कि शक्रवार शाम को उसके पिता सर्वेश यादव बेटी को लेने के लिए कोटा आए थे। लेकिन वह नहीं जाना चाहती, बस इसी के चलते उसने यह कदम उठा लिया।
पिता-बेटी के बीच हुआ मनमुटाव और फिर…
शिखा कक्षा ग्यारहवीं में पढ़ाई कर रही थी, एक साल पहले ही वो मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने के लिए कोटा आई हुई थी।
लेकिन उसके पढ़ाई में कमजोर होने के कारण उसके पिता नाराज थे। इसी कारण हमेशा के लिए उसे वापस ले जाने आए थे। थे। जबकि वह पिता के साथ नहीं जाना चाहती थी। उसने मना कर दिया था और वापस यहीं पर आकर पढ़ाई करने की बात कही। इस पर पिता ने कहा कि हॉस्टल का किराया ज्यादा है और किताबें यहीं रखी रहेंगी तो किराया बढ़ता जाएगा। इस बात को लेकर दोनों के बीच मनमुटाव हो गया। जिसके बाद छात्रा हॉस्टल की 6वीं मंजिल पर चली गई और वहां की बालकनी से नीचे छलांग लगा दी।
सहेलियों ने बताई ये कहानी
बता दें कि शिका के साथ कोचिंग कर रही छात्राओं का कहना है कि ऐसा नहीं लगता था कि वह इस तरह का कोई कदम उठा लेगी। उसने रात को हमारे साथ मैस का खाना भी खाया था, सुबह हम उससे बात नहीं कर सके। हमे लगा कि उसके पापा लेने के लिए आए हुए हैं तो वह बिजी होगी। पिता शिखा के हॉस्टल के नजदीक स्थित ब्वॉयज हॉस्टल में ठहरे हुए थे। इतना ही नहीं शनिवार दोपहर 12 बजे उनकी ट्रेन थी। बेटी को लेने सुबह पिता हॉस्टल पहुंचे थे, शिखा ने अपना बैग पैक करके रिसेप्शन पर रख दिया था। लेकिन जब वो काफी देर तक नहीं आई तो पिता उसे लेने गए और फिर यह घटना हो गई।