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DRS को लेकर भारतीय खिलाड़ियों ने लगाई ब्रॉडकास्टर्स की क्लास, सुनील गावस्कर ने दिया ये तर्क

नई दिल्ली
केपटाउन में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन काफी रोमांचक मुकाबला भारत और साउथ अफ्रीका के बीच हुआ और इसी दिन एक विवाद भी सामने आया, जब साउथ अफ्रीका की टीम के कप्तान डीन एल्गर को नॉट आउट करार दिया गया। रविचंद्नन अश्विन ने एल्गर को lbw आउट कर दिया था, लेकिन एल्गर ने डीआरएस (डिसिजन रिव्यू सिस्टम) लिया और पाया गया कि गेंद स्टंप्स के ऊपर से जा रही थी। ये देखकर हर किसी को हैरानी हुई, क्योंकि गेंद काफी नीची थी और ट्राजेक्टरी दिखा रही थी कि गेंद स्टंप्स के ऊपर से निकलती। यही वजह रही कि कप्तान विराट कोहली, गेंदबाज आर अश्विन और उपकप्तान केएल राहुल ने इसके लिए प्रसारणकर्ताओं की आलोचना की। बाद में कमेंट्री के दौरान शॉन पोलाक और सुनील गावस्कर भी भिड़ गए।  

साउथ अफ्रीका की दूसरी पारी के 21वें ओवर में ये सब देखने को मिला, जब फील्डर अंपायर मराइस इरासमस ने तो अपनी उंगली उठा दी थी, लेकिन थर्ड अंपायर ने उनका फैसला बदलवा दिया था। डीआरएस के रीप्ले में देखा गया कि बॉल लाइन में पिच हुई है और एल्गर को भी बीच में लगी है, लेकिन बॉल की ट्राजेक्टरी रहस्यमय तरीके से दिखाई गई जो लेग स्टंप के ऊपर से गुजर रही थी। यहां तक मैदानी अंपायर इरासमस भी हैरान थे और उनको स्टंप्स माइक से ये कहते हुए सुना गया कि ये असंभव है। वहीं, आर अश्विन ने कहा कि आपको कोई अच्छा तरीका इसे जीतने का खोजना चाहिए।
 

विराट कोहली ने भी लगाई क्लास

इतना ही नहीं, कप्तान विराट कोहली भी काफी निराश दिखे और उन्होंने इशारों ही इशारों में दिखा दिया था कि कितना गलत हुआ है। इसके बाद वे स्टंप माइक के पास गए और बोले- "अपनी टीम पर भी ध्यान दें जब वे गेंद को चमकाएं, ठीक है! हर समय लोगों को पकड़ने की कोशिश करें, सिर्फ विपक्षी टीम को ही नहीं।" इसके बाद उपकप्तान केएल राहुल को ये कहते हुए सुना गया, "पूरा देश ग्यारह खिलाड़ियों के खिलाफ खेल रहा है।" एक अन्य खिलाड़ी ने कहा कि ब्रॉडकास्टर यहां पैसे बनाने के लिए आए हैं।

इस पूरे वाकये को लेकर शॉन पोलाक और सुनील गावस्कर में भी बहस हुई। साउथ अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर शॉन पोलाक ने कहा, "भारत विकेट लेने के लिए बेताब था और उसके बाद भावना उमड़ पड़ी। गेंद लाइन में लगी और बाउंस हो गई और एल्गर ने अच्छी स्ट्राइड के साथ गेंद को आगे से खेला। उस कदम के साथ, यह करीब होने वाला था। भारतीय शीर्ष पर चले गए। हॉक-आई एक ऐसी चीज है जिस पर आप निर्णय लेने के लिए भरोसा करते हैं। यह एक स्वतंत्र निकाय है। उन्हें जो कुछ भी मिला है, उसके साथ वे अपने स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं। उनके पास अपने कैमरे हैं। मैं निराशा को समझ सकता हूं, क्योंकि वे विकेट चाहते थे, लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें ज्यादा खुश या निराश नहीं होना चाहिए था।"   

गावस्कर ने दिया जवाब

वहीं, पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने कमेंट्री के दौरान कहा, "क्योंकि गेंद एल्गर को घुटने के नीचे लगी थी, मैंने सोचा था कि अगर यह मिडिल स्टंप के शीर्ष पर नहीं लग रही है तो यह शीर्ष पर लगेगी और इसका मतलब होगा कि अंपायर कॉल और वह आउट हो जाते। हां, वह आगे थे, लेकिन गेंद उनको घुटने के नीचे लगी थी, जहां से घुटना मुड़ता है। जो ज्यादा लंबा नहीं है और अगर उसके इस तरह से बॉल लगती है तो 10 में से 9 बार, यहां तक कि साउथ अफ्रीकाई पिचों पर, गेंद स्टंप्स को हिट करेगी।"

साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज लुंगी एनगिडी ने तीसरे दिन के खेल के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारतीय खिलाड़ी निराश और दबाव में थे और इसी वजह से उन्होंने डीआरएस को मुद्दा उठाया। मुकाबले और सीरीज की बात करें तो इस समय ये दिलचस्प मोड़ पर है। दोनों टीमें तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-1 मुकाबला जीत चुकी हैं और केपटाउन में जारी तीसरे टेस्ट मैच में बड़ा स्कोर भारत ने खड़ा नहीं किया है। तीसरे दिन के खेल के बाद साउथ अफ्रीका का स्कोर 101/2 है और टीम को जीत के लिए 111 रन बनाने हैं।

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