भारतीय खिलाड़ी DRS को लेकर हो रहे थे आग बबूला, अब ब्रॉडकास्टर ने बताई असली सच्चाई

नई दिल्ली
केपटाउन में तीसरा टेस्ट मैच और सीरीज हारने के बाद भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा कि हम डीआरएस विवाद से आगे बढ़ गए हैं। डीन एल्गर के lbw के बाद लिए गए डीआरएस पर काफी विवाद हुआ था, क्योंकि गेंद की ट्राजेक्टरी स्टंप्स के ऊपर से चली गई थी। ऐसे में कप्तान विराट कोहली, गेंदबाज आर अश्विन और उपकप्तान केएल राहुल ने कमेंट किया था। अब इस पर साउथ अफ्रीका के ब्रॉडकास्टर सुपरस्पोर्ट की भी प्रतिक्रिया आई है। भारतीय खिलाड़ियों का गुस्सा मेजबान ब्रॉडकास्टर के खिलाफ था, लेकिन सुपरस्पोर्ट ने कहा है कि डिसिजन रिव्यू सिस्टम यानी डीआरएस पर उनका कोई कंट्रोल नहीं हैं। न्यूज एजेंसी एएफफी को ब्रॉडकास्टर ने बोला, "सुपरस्पोर्ट ने भारतीय क्रिकेट टीम के कुछ सदस्यों द्वारा की गई टिप्पणियों को नोट किया है।" ब्रॉडकास्टर का कहना है कि खिलाड़ियों द्वारा लिए जाने वाले रिव्यू में यूज होने वाली बॉल ट्रैकिंग और हॉक-आई टेक्नोलोजी पर उनका कोई कंट्रोल नहीं है।
ब्रॉडकास्टर सुपरस्पोर्ट का कहना है, "हॉक-आई एक स्वतंत्र सेवा प्रदाता है, जिसे आईसीसी द्वारा मान्यता दी गई है और उनकी तकनीक को कई वर्षों से डीआरएस के अभिन्न अंग के रूप में स्वीकार किया गया है। सुपरस्पोर्ट का हॉक-आई तकनीक पर कोई नियंत्रण नहीं है।" वहीं, मैच के बाद कप्तान विराट कोहली ने कहा कि वे इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं देना चाहते और इसे विवाद बनाने में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है। अंपायर इरासमस को जब अपना फैसला डीआरएस के बाद बदलना पड़ा था तो वे भी हैरान थे, क्योंकि गेंद काफी नीची थी। हालांकि, डीन एल्गर ने काफी आगे से गेंद को खेला था। वहीं, गेंदबाजी करने वाले अश्विन ने कहा था कि सुपरस्पोर्ट आपको जीत के लिए कोई दूसरा तरीका खोजना चाहिए, जबकि विराट कोहली ने कहा था कि हर चीज को कैच करना चाहिए, सिर्फ विपक्षी टीम को नहीं। साउथ अफ्रीका के गेंदबाज भी गेंद को चमकाते हैं। उपकप्तान केएल राहुल ने कहा था कि 11 खिलाड़ियों के खिलाफ पूरा देश लड़ रहा है।