इंदौर का पुलिस ट्रेनिंग कालेज देश भर में अव्वल
इंदौर
आरक्षकों की ट्रेनिंग के लिए संचालत पुलिस ट्रेनिंग कालेज को यूनियन होम मिनिस्ट्री के माध्यम से देश भर में प्रथम स्थान मिला है।गृह मंत्रालय ने पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज को सबसे अधिक महिलाओं को सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण देने के लिए चुना है।इस बार 90 फीसदी महिलाओं को पुलिस का प्रशिक्षण दिया गया।इंदौर के कालेज को देश के 100 ट्रेनिंग कालेजों में से चुना गया है।
कालेज के प्रमुख व जोन-2 डीसीपी निमिष अग्रवाल ने बताया इस ट्रेनिंग कालेज में जिस तरह से पुरुषों की ट्रेनिंग होती है, उसी की तरह महिलाओं को भी बिना फर्क किए शिक्षा व ट्रेनिंग दी जाती है।इसके अलावा देश के सभी कालेज से यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर बेहद बेहतर पाया गया।यहां नए आरक्षकों को साइबर क्राइम, फिजिकल ट्रेनिंग, मनोविज्ञानिक, सामुदायिक पुलिसिंग, मानव अधिकार, यातायात सुधार को लेकर बेहतर तरीके से प्रशिक्षित किया जाता है।इन सभी खूबियों को लेकर इस यूनियन होम मिनिस्ट्री ट्राफी में रीप्रजेंट किया था।इसके बाद कमेटी के सामने आनलाइन प्रजेंटेशन दिया गया।कमेटी ने भी माना कि इंदौर का पुलिस ट्रेनिंग कालेज देश भर में महिलाओं को प्रशिक्षित करने में बेहतर है।
इस बार 1236 को मिली ट्रेनिंग
कालेज के प्रभारी एएसपी मनोज सोनकर ने बताया कि कालेज में जेल और रेलवे की महिलाओं को भी ट्रेनिंग दी गई है।साथ ही फारेस्ट विभाग की टाइगर फोर्स को भी ट्रेनिंग दी जाएगीं, जिसमें महिलाएं भी शामिल रहेगी।इस बार भी 1236 आरक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया था, जिसमें 90 फीसदी महिलाएं शामिल थीं।उन्होंने बताया कि कालेज 1872 से चल रहा है।यहां भील पल्टन को ट्रेनिंग दी जाती थी।तभी से यहां ट्रेनिंग दी जाती रही है।वहीं आठ साल पहले भी सबसे अच्छा प्रशिक्षण देने के लिए पुलिस ट्रेनिंग कालेज को प्रथम स्थान मिल चुका है।