विपक्ष ही नहीं NDA सहयोगी भी बन रहे बीजेपी की परेशानी, VIP के बाद JDU ने पूर्वांचल में तय किये प्रत्याशी

लखनऊ
यूपी चुनाव में बीजेपी के लिए विपक्ष ही नहीं अपने सहयोगी भी परेशानी का सबब बने हुए हैं। कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य समेत तीन मंत्रियों के सपा खेमे में जाने से परेशान बीजेपी को एनडीए में शामिल सबसे बड़े दल जदयू और मुकेश सहनी की वीआईपी की तरफ से भी चुनौती मिलती दिख रही है। जदयू ने भाजपा से अलग चुनाव मैदान में अकेले उतरने की घोषणा कर दी है। बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी पहले ही यूपी की 160 सीटों पर ताल ठोक चुके हैं। अब जदयू ने भी पूर्वांचल की 51 सीटों पर उम्मीदवार तय कर लिए हैं। लखनऊ में पार्टी के यूपी प्रभारी केसी त्यागी ने प्रदेश इकाई के साथ बैठक की है। इसमें पूर्वांचल के 11 जिलों से 51 प्रत्याशियों को भी बुलाया गया। पूर्वांचल वही इलाका है जहां से वाराणसी, गोरखपुर और आजमगढ़ जैसे जिले आते हैं। वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है तो गोरखपुर से खुद योगी आदित्यनाथ मैदान में हैं। आजमगढ़ सपा प्रमुख अखिलेश यादव का संसदीय क्षेत्र है। यहां पहले से बीजेपी मुश्किलों में है। यहां से लगातार उसे हार मिल रही है।
पूर्वांचल का सामाजिक समीकरण भी बीजेपी के खिलाफ दिख रहा है। पटेल, मौर्य, चौहान, राजभर और निषाद जैसी पिछड़ी व अति पिछड़ी जातियों के प्रमुख चेहरे भाजपा का साथ छोड़कर सपा से जा मिले हैं। ऐसे में अब जदयू की रणनीति इन जातियों में से ही नए चेहरों को सामने लाकर पूर्वांचल में अपनी अलग पैठ बनाने की है। नीतीश कुमार की पार्टी की नजर पूर्वांचल के उन प्रमुख राजनीतिक चेहरों पर भी है जिन्हें टिकट से वंचित होना पड़ रहा है। भाजपा या सपा से टिकट की दावेदारी में पिछड़ने वाले वैसे कई दिग्गज भी संपर्क में हैं। चर्चा है कि जौनपुर के बाहुबली धनंजय सिंह भी जद-यू का दामन थाम सकते हैं। जद-यू का आरोप है कि यूपी चुनाव के लिए गठबंधन के प्रस्ताव पर भाजपा की ओर से जवाब नहीं मिला। गठबंधन में हो रही देरी के बाद पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। सभी पार्टियां प्रत्याशियों की घोषणा कर रही हैं और भाजपा की ओर से गठबंधन का कोई संकेत नहीं मिला। इसके बाद पार्टी के प्रवक्ता केसी त्यागी ने यूपी में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की। कहा जा रहा है कि पार्टी पूर्वांचल के 11 जिलों के 51 सीटों पर प्रत्याशियों का चयन कर चुकी है। प्रत्याशियों से आवेदन जमा करा लिए गए हैं। लखनऊ में होने वाली बैठक में प्रत्याशियों की सूची तैयार कर केंन्द्रीय कमेटी को सौंपी गई है। इसमें वाराणसी, चंदौली, जौनपुर, मिर्जापुर, प्रयागराज, गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ़, बहराइच, लखनऊ, कानपुर जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्र के संभावित प्रत्याशी के नाम हैं।