चीन की राजधानी में पहली बार ओमिक्रॉन की एंट्री, क्या रद्द कर दिया जाएगा शीतलाकीन बीजिंग ओलंपिक?
बीजिंग
फरवरी महीने में चीन की राजधानी बीजिंग में शीतकालीन ओलंपिक खेलों का आयोजन होना है, लेकिन उससे पहले चीन की राजधानी में काफी ज्यादा संक्रामक कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट पहुंच चुका है, जिसके बाद चीनी अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गये हैं। चीन की सरकार की तरफ से बीजिंग में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के लोकल ट्रांसमिशन की पुष्टि कर दी गई है और इसके साथ ही बीजिंग ओलंपिक पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं।
बीजिंग में ओमिक्रॉन की एंट्री बीजिंग में ओमिक्रॉन की एंट्री बीजिंग के अधिकारियों ने कहा है कि, राजधानी बीजिंग के हैडियन जिले में एक शख्स को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया था और उसके बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। हैडियन जिले के एक अधिकारी ने कहा कि, संक्रमित व्यक्ति के आवासीय परिसर और कार्यस्थल को सील कर दिया है और इन जगहों पर करीब 2500 लोगों के नमूने जांच के लिए लिए गये हैं। राजधानी बीजिंग में ओमिक्रॉन वेरिएंट का पता तब चला है, 4 फरवरी से शुरू होने वाले शीतकालीन ओलंपिक से पहले वायरल को लेकर काफी ज्यादा सतर्कता और सख्ती बरती जा रही है। अगले कुछ दिनों में बीजिंग में विदेशी मेहमानों का आना शुरू हो जाएगा और इस बीच ओमिक्रॉन वेरिएंट का मिलना चीन के लिए बहुत बड़े झटके की बात है।
बीजिंग में काफी सख्ती बीजिंग में काफी सख्ती बीजिंग प्रशासन के लिए सबसे ज्यादा चिंता की बात ये है कि, जिस हैडियन जिले में कोरोना वायरस संक्रमण फैला है, वो उस जिले में कई बड़ी कंपिनियों के दफ्तर हैं और बीजिंग के एक बड़े अधिकारी जिंगहुओ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा है कि, 'बीजिंग में कड़े प्रतिबंधों के बाद भी कोविड का मरीज मिला है, जिसके बाद सख्ती को और बढ़ा दिया गया है'। अधिकारी ने कहा कि, 'कोरोना गाइडलाइंस के दुर्लभ उल्लंघन का ये नतीजा है'। वहीं, अधिकारी लगातार उन इलाकों की निगरानी कर रहे हैं, जिस इलाके में कोविड का मरीज मिला है। आपको बता दें कि, शीतकालीन ओलंपिक का सफल आयोजन करने के लिए चीन में हद से ज्यादा सख्ती बरती जा रही है और देश के कई इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए राजधानी बीजिंग आने पर प्रतिबंध लगाकर रखा गया है। और बढ़ा दी गई है सख्ती और बढ़ा दी गई है सख्ती बीजिंग से आ रही रिपोर्ट में बताया गया है कि, राजधानी बीजिंग में एक तरह से लॉकडाउन ही लगा हुआ है और लोगों से अतिआवश्यक होने पर ही घर से या फिर शहर से बाहर निकलने के लिए कहा गया है।
वहीं, बीजिंग में वही लोग एंट्री कर सकते हैं, जिनके पास 24 घंटे के अंदर का कोविड निगेटिव सर्टिफिकेट हो। आपको बता दें कि, पिछले हफ्ते बीजिंग के पड़ोसी शहर झोंगशान में एक कोविड मरीज मिला था, जिसके बाद करीब 24 लाख की आबादी वाले इस शहर के हर एक शख्स का कोविड टेस्ट करवाया गया है और शहर के तमाम सैलून, जिम, सिनेमा हॉल समेत तमाम सरकारी और प्राइवेट दफ्तरों को बंद कर दिया गया है, वहीं शहर के प्रभावित हिस्सों से लोगों के बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है। चीन में है ज़ीरो कोविड नीति चीन में है ज़ीरो कोविड नीति आपको बता दें कि, चीन की सरकार ने देश में 'ज़ीरो कोविड पॉलिसी' का नियम बना रखा है, जिसके तहत कोरोना का एक भी मरीज मिलने पर पूरे शहर में सख्त लॉकडाउन लगाना शामिल है और हर एक शख्स का कोविड टेस्ट किया जाता है। अभी भी चीन के कई शहरों में लॉकडाइन लगा हुआ है। नहीं शीआन शहर में पिछले 2 हफ्तों से विश्व का सबसे सख्त लॉकडाउन लगा हुआ है और शहर के लोगों को घर से बाहर निकलने की भी इजाजत नहीं है। वहीं, चीन में उन अधिकारियों को भी नौकरी से बाहर निकाल दिया है, जिनकी लापरवाही देखी गई है।