क्षिप्रा के त्रिवेणी घाट पर साधु-संत बैठे धरने पर
उज्जैन
कान्ह नदी पर बनाया गया कच्चा बांध नदी में उफान आने से टूट गया, नाराज साधु- संत मंगलवार को उज्जैन (Ujjain) क्षिप्रा नदी पर पहुंचे और क्षिप्रा की स्थिति देखकर आक्रोश जताया और वहीं धरने पर बैठ गए।
गौरतलब है कि कान्ह नदी (Kanh River) का पानी क्षिप्रा नदी (Kshipra River) में मिलने से रोकने के लिए जल संसाधन विभाग ने पिछले महीने पिपल्याराघो स्टॉप डेम की ऊंचाई बधाई थी, इसके लिए उन्होंने बोरी बंधान किया था। इसके अलावा विभाग ने चार दिन पहले त्रिवेणी घाट के पास गोठड़ा गांव में मिटटी का बांध बनाया था इसकी ऊंचाई भी पहले की अपेक्षा दोगुनी रखी थी।
लेकिन सोमवार को जब कान्ह नदी में उफान आया तो पानी स्टॉप डेम से उछलकर कच्चे बांध को तोड़ते हुए क्षिप्रा में मिल गया। जिसके कारण क्षिप्रा का पानी गंदा हो गया जिससे साधु संत नाराज हो गए और त्रिवेणी घात पर ही धरने पर बैठ गए।