जिस शख्स को सुअर का दिल लगाकर डॉक्टरों ने बचाई थी जिंदगी, वो निकला एक महिला का मुजरिम
वॉशिंगटन
पिछले हफ्ते अमेरिकी डॉक्टरों ने उस वक्त इतिहास रच दिया था, जब उन्होने दिल की बीमारी से पीड़ित एक शख्स के सीने में सुअर का दिल सफल ऑपरेशन करके लगा दिया था और डॉक्टरों के इस कारनामे की तारीफ पूरी दुनिया में हो रही है और इस घटना को मेडिकल जगत के लिए एक क्रांति के तौर पर माना जा रहा है। लेकिन, जिस शख्स डेविड बेनेट के सीने में डॉक्टरों ने सुअर का दिल लगाया है, वो बहुत बड़े विवादों में घर गया है और एक महिला ने डेविड बेनेट के ऊपर संगीन इल्जाम गाए हैं।
सीने में सुअर का दिल लगाकर डॉक्टरों ने डेविड बेनेट की जिंदगी बचा ली है, लेकिन एक महिला ने बेनेट के ऊपर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। महिला ने कहा कि, डेविड बेनेट वही शख्स है, जिसने उसके भाई पर जानलेवा हमला किया था, जिसमें उसका भाई लकवाग्रस्त हो गया था। महिला ने कहा है कि, डेविड बेनेट सर्जरी के लायक नहीं है क्योंकि, उसके हमले में उसके भाई एडवर्ड शुमेकर को लकवा मार गया था और करीब 34 साल पहले डेविड को उस हमले के लिए दोषी ठहराया गया था।
महिला ने कहा है कि, डेविड बेनेट में उसके भाई के ऊपर तब हमला किया था, जब उसका भाई एडवर्ड सिर्फ 22 साल का था। महिला के आरोपों के मुताबिक, साल 1988 में जब मैरीलेंड में फूल खिला हुआ था, उस वक्त डेविड ने अपनी तत्कालीन बीवी नोर्मा जीन बेनेट को उसके भाई के साथ देखा था और उस वक्त दोनों शराब पी रहे थे और बात कर रहे थे, जो डेविड के नागवार गुजरा था और उसने एडवर्ड की पीठ, पेट और छाती पर सात वार किए थे, जिसमें एडवर्ड बुरी तरह से घायल हो गया था और उसे लकवा मार गया था। महिला ने कहा है कि, कई सालों तक लकवाग्रस्त रहने के बाद साल 2005 में एडवर्ड की मौत हो गई थी।
एडवर्ड की बहन ने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू के दौरान पूरे मामले का खुलासा किया है और कहा है कि, जिस शख्स का ऑपरेशन डॉक्टर ने किया है और जिसके सीने में सुअर का दिल लगाकर बचाया गया है, असल में वो शख्स एक मुजरिम है और वो इस तरह से सर्जरी के लायक नहीं है। महिला ने कहा कि, जिस शख्स की इतनी तारीफ की जा रही है और जिस शख्स को एक हीरो की तरह प्रस्तुत किया जा रहा है, असल में वो इस तारीफ के काबिल नहीं है और नैतिक तौर पर वो इस तरह के ऑपरेशन का हकदार नहीं है।
हालांकि, महिला ने उन डॉक्टरों की जमकर तारीफ की है, जिन्होंने इस तरह के दुर्लभ ऑपरेशन को अंजाम दिया है और इंसानी शरीर में सुअर का दिल लगाने में कामयाबी हासिल की है। महिला ने कहा कि, 'मेडिकल साइंस का इतना उन्नत होना एक महान उपलब्धि है, क्योंकि इससे हजारों लोगों की जान बच सकती है, लेकिन इसके लिए बेनेट को एक नायक के तौर पर प्रस्तुत करना सही नहीं है।' महिला ने कहा कि, 'मेरे ख्याल से जिन डॉक्टरों ने इस सर्जरी को किया है, उन्हें इसका पूरा हक और पूरी प्रशंसा मिलनी चाहिए, ना कि मुजरिम बेनेट को'।
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, जब बेनेट 23 साल का था, उस वक्त उसने काफी गुस्से में एडवर्ड पर जानलेवा हमला किया था और बाद में कोर्ट में ये साबित हुआ था और उसके पास से हथियार भी बरामद किया गया था और बेनेट को 10 साल की कैद की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, बेनेट 10 सालों तक जेल में नहीं रहा। एडवर्ड के परिवारवालों के मुकाबिक, बेनेट सिर्फ पांच सालों तक ही जेल में रहा था। वहीं, लगवाग्रस्त एडवर्ड की जान बचाने के लिए कई बार ऑपरेशन किया गया था, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।