सिस्सू झील जमकर बदली ठोस बर्फ में, तापमान 0 से 25 डिग्री नीचे, सैलानियों को कर रहा अपनी और आकर्षित
रोहतांग
ताजा बर्फबारी के बाद लाहौल-स्पीति व चंद्राघाटी में घाटी में तापमान शून्य से 25 डिग्री नीचे लुढ़क गया है. इससे कड़ाके की ठंड तो पड़ ही रही है, चंद्रा नदी के साथ ही सैलानियों को लुभाने वाली सिस्सू स्थित झील जमकर ठोस बर्फ में बदल गई है. यह झील अटल टनल रोहतांग के नार्थ पोर्टल से पांच किलोमीटर दूर है. अटल टनल आने वाले सैलानी सिस्सू तक जरूर आते हैं.
जमी हुई हिमाचल प्रदेश की सिस्सू झील भी मनमोहक है और सैलानियों को झील अपनी ओर आकर्षित कर रही है. झील का पूरा पानी जमने से अब लोग इस पर चलने भी लगे हैं. अटल टनल रोहतांग सैलानियों के लिए जैसे ही खुलेगी, पर्यटक सिस्सू पहुंचकर जमी झील का लुत्फ उठा सकते हैं. झील से लगा हुआ पलदान लाहमो धारा वाटरफॉल ने भी जमकर ऊंचे शिवलिंग का आकार ले लिया है.
उधर, गत दिनों पर्यटन नगरी मनाली और जनजतीय जिले लाहौल-स्पीति में भारी बर्फबारी हुई है जिसके चलते प्रदेश भर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. खासकर लाहौल के अधिकतर इलाकों में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चला गया है. पर्यटक भी कुल्लू-मनाली में इस सर्द मौसम का खूब आनंद ले रहे हैं. स्थानीय कारोबारी तेजप्रकाश राय ने बताया कि भारी बर्फबारी के बाद सिस्सू स्थित झील ठोस बर्फ में बदल गई है. सिस्सू पंचायत की पूर्व प्रधान सुमन ने बताया कि घाटी में झील के साथ नदी-नाले और पेयजल स्रोत जम गए हैं.
इधर कबायली क्षेत्र होली समेत कई इलाकों में मौसम खुलने के बाद भी आम लोगों की जिंदगी मुश्किल भरी है. खड़ामुख से होली मार्ग पंगीरा के पास चट्टानें और जगह-जगह भारी बर्फबारी के कारण बंद पड़ा हुआ है. हाल यह है कि जरूरी सामान बाजार से लाने के लिए उन्हें कई फुट बर्फ में पैदल चलकर जाना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने प्रशासने से प्राथमिकता के आधार पर खड़ामुख-होली मार्ग को वाहनों की आवाजाही के लिए जल्द से जल्द खुलवाने की मांग की है. यह रास्ता बंद होने के कई गांवों के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.