दिल्ली में जान गंवाने वालों में 70% को नहीं लगी थी वैक्सीन
नई दिल्ली
दिल्ली में कोरोना के कहर के बीच संक्रमण से मरने वालों की संख्या में धीरे-धीरे बढ़ोतरी हो रही है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में बीते एक हफ्ते में 97 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। इन मरीजों के मृत्यु विश्लेशण से पता चला कि उनमें से 70 का टीकाकरण नहीं हुआ था। अन्य 19 मरीजों को केवल पहली खुराक ही मिली थी जबकि सिर्फ 8 मरीज ऐसे थे जिनका पूर्ण टीकाकरण हो पाया था। दिल्ली के राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के मेडिकल निदेशक बीएल शेरवाल का कहना है कि अस्पताल में कोरोना से भर्ती होने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है। यह कहना गलत होगा कि इस बार मौतें सिर्फ कोरोना के कारण हो रही हैं। उनका कहना है कि इस बार ज्यादा मौतें को-मॉर्बिडिटी के कारण हो रही हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक लोक नायक अस्पताल में 74 साल के एक व्यक्ति की दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई। हालांकि मौत के बाद जांच में कोरोना संक्रमित मिले थे। वहीं एक और मौत कैंसर की वजह से हुई थी। इसी तरह एक मरीज की मौत शुगर और छाती में संक्रमण का कारण हुई थी। यानी ज्यादातर उन लोगों की हुई, जिनमें कोरोना संक्रमण को और खतरनाक बनाने के लिए कोई न कोई गंभीर बीमारी पहले से थी। इससे पहले, बुधवार को दिल्ली सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने कोविड अस्पतालों के लिए डेथ ऑडिट समिति का गठन किया जो राजधानी में कोरोना संक्रमण से हो रही मौत के कारणों का सरकार पता लगाएगी। बता दें कि दिल्ली में बुधवार को कोरोना से 40 लोगों की मौत हुई है। सिर्फ जनवरी में ही अब तक 120 लोगों की मौत हो चुकी है। लगातार रही मौत के कारण क्या है उसका पता लगाने के लिए डेथ ऑडिट समिति का गठन अस्पतालों में किया गया है।
कोविड टीकाकरण तेज किया जाएगा, जागरूकता अभियान भी चलेगा
स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक दि्लली में बिना टीका वाले ज्यादा मर रहे है। इसलिए यह तय किया गया है कि अब जो भी टीका के लिए बचा है उसे जल्द से जल्द टीका लगाया जाएगा। बुजुर्गों को जरूरत पड़ने पर उनके घर जाकर टीका लगाया जाएगा। दिल्ली में मतदाता सूची के हिसाब से 27 लाख से अधिक बुजुर्ग है। आंकड़े बताते है कि 80 फीसदी को टीका लग चुका है। अब बचे हुए लोगों को टीका के साथ बूस्टर डोज में भी तेजी लाई जाएगी।