सेहत

गंजेपन के इलाज के लिए 6 शानदार टिप्स, शहद ही नहीं मधुमक्‍खी का छत्ता भी होता है गुणकारी

शहद खाने के तो आपने कई फायदे सुने होंगे, लेकिन क्‍या आपने मधुमक्‍खी के छत्ते खाने या उसे लगाने के फायदों के बारे में सुना है। अब आप सोच रहे होंगे कि मधुमक्‍खी का छत्ता कैसे काम में आता है। मधुमक्‍खी का छत्ता मोम से बना होता है जो मधुमक्खियों के पेट की ग्रंथियों से निकलता है। जानकर हैरानी होगी मधुमक्‍खी शहद बनाने के ल‍िए करीब 10 किलोमीटर दूर तक उड़कर जाती है। वो एक बार में ही 50 से 100 फूलों का रस अपने अंदर इक्‍ट्ठा कर लेती है। फिर जाकर वो शहद बनाती है, जो मधुमक्‍खी के छत्तों में पाया जाता है।

एक किलो शहद बनाने के ल‍िए मधुमक्खियां छत्ते में 40 लाख फूलों का रस इक्‍ट्ठा करती है तब जाकर शहद बनता है तो आप समझ गए होंगे कि शहद की तरह मधुमक्‍खी के छत्ते भी कितना फायदेमंद होता है। आइए जानते है मधुमक्‍खी के छत्तों से होने वाले फायदों के बारे में।

कॉस्‍मेटिक में होता है उपयोग
मधु मक्खी के छत्तों से न‍िकलने वाला मोम बड़े काम का होता है। इसका उपयोग, मलहम, बाम, पॉलिश, मोमबत्ती और कॉस्मेटिक्स आइटम जैसे-लोशन, क्रीम और लिपस्टिक आदि में किया जाता है।

हेयरफॉल रोकता है
अगर आपके बाल झड़ रहे हो तो यह लो पीली मधुमक्खी छत्ता को नारियल के तेल में मिलाकर अपने बालों में लगाने से हेयरफॉल CURE BALDNESS रुक जाता है।

लिप बाम बना सकते है
आप घर में ही शुद्ध अगर होममेड ल‍िपबाम बनाना चाहते है तो मधुमक्‍खी से निकलने वाले वैक्‍स को नारियल तेल, कोको बटर या पेपरमिंट के तेल में मिलाकर लिपबाम बना सकती हैं। जिससे फटे होठों से छुटकारा मिल जाएगा।

दूर करता है गंजापन baldness
गंजेपन के लिए आयुर्वेद में कई घरेलू नुस्खे बताये गये हैं, जो कि काफी फायदेमंद भी हैं। ऐसा ही एक देसी नुस्खा है मधुमक्खी का छत्ता। । मधुमक्खी के छत्ते में गुड़हल के पत्ते मिलाकर इसे नारियल के तेल में मिलाकर उबाल लें। जब छत्ता काला पड़ जाए तो गैस बंद कर दें। उसके बाद ठंडा होने के बाद इसे छानकर बॉटल में भर लें। गंजापन होने पर सिर पर इस तेल से रोज़ मालिश करें। इससे सिर पर फिर से बालों को उगने में मदद मिलेगी।

गठिया से मिलता है निजात
मधुमक्खी के छत्ते से न‍िकलने वाले मोम से जोड़ों पर मालिश करने से गठिया रोग से न‍िजात मिलता है।

एंटीऑक्‍सीडेंट से भरपूर
मधुमक्‍खी के छत्ते में एंटीऑक्‍सीडेंट गुण पाए जाते हैं। इसे खाने या चबाने से इम्‍यून शक्ति इम्‍प्रूव होती है। ये शरीर के मुक्‍त कणों का भी खात्‍मा करता है जो शरीर के टिश्‍यूज को डैमेज करता है।

गंजेपन के इलाज के लिए 6 शानदार टिप्स

1. शरीफा

शरीफा का सेवन स्वादिष्ट होने के साथ-साथ यह सेहत के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन आपको बता दें कि शरीफा सिर्फ स्वादिस्ट फल ही नहीं बल्कि औषधीय गुणों का भी भंडार है. शरीफा के बीजों को बकरी के दूध के साथ पीसकर सिर पर लगाने से बालों का विकास हो सकता है। इसके लिए शरीफा के बीजों को बारीक पीसकर रात को सिर पर लगा लें और किसी मोटे कपड़े से सिर को अच्छी तरह से बांधकर सो जाएं।

2. अरंडी के तेल की मालिश

स्टाइलक्रेज के अनुसार,  2-3 बड़े चम्मच अरंडी का तेल को हल्का गर्म करें और इसे अपने स्कैल्प पर लगाएं। इसे रात भर लगा रहने दें। एक सप्ताह में इसे 3-4 बार दोहराएं। अरंडी के तेल से बार-बार मालिश करने से पूरे खोपड़ी में रक्त का संचार बढ़ कर बालों की जड़ों को उत्तेजित करता है। यह स्वस्थ वसा के साथ खोपड़ी को पोषण करता है जिससे बालों के विकास को बढ़ावा मिलता है।

3. सेब का सिरका

1-2 बड़े चम्मच सेब का पानी में घोलें और अपने सिर को शैम्पू को धोने के बाद अपने बालों को इससे रगड़ें। एक या दो मिनट के लिए खोपड़ी की मालिश करें और फिर गुनगुने पानी से धो लें। इसे सप्ताह में दो बार दोहराएं।यह खोपड़ी के पीएच को संतुलित करता है और किसी भी रोगाणुओं को हटाता है जो बालों के विकास में बाधक हो सकते हैं। यह संचलन को भी उत्तेजित करता है।

4. एलोवेरा जेल

अपने सिर और बालों के स्ट्रैंड्स के बीच में स्टोर से खरीदा हुआ ताज़ा एलो जेल या ऑर्गेनिक वर्जन लगाएं। इसे 15-20 मिनट तक लगा रहने दें। अपने बालों को हमेशा की तरह रगड़ें। इसे हफ्ते में दो या तीन बार करें। सिर पर एलोवेरा का पेस्ट लगाने से सूखापन दूर होता है और इसके पीएच स्तर को बनाए रखने में मदद मिलती है। यह बालों के विकास को बढ़ाता है।

5. प्याज का रस

एक मध्यम आकार का प्याज और एक बड़ा चम्मच शहद लें और प्याज को पीसकर उसका रस निचोड़ लें। इसमें शहद मिक्स करके कॉटन के मदद से रस को सिर की जड़ों में लगाएं और इसे 20-30 मिनट तक बैठने दें। इसके बाद बालों को शैम्पू से धोएं। बेहतर परिणाम के लिए, इसे सप्ताह में दो बार दोहराएं। प्याज बालों की जड़ों को पुनर्जीवित करता है, और जब शहद के साथ मिलाया जाता है, तो यह बालों के झड़ने के उपचार में शानदार काम करता है। इसे गंजे सिर प लगाने से बालों के विकास को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।

6. अदरक का रस

1-2 इंच अदरक की जड़ और 2 बड़े चम्मच जैतून का तेल या जोजोबा तेल लें। अदरक को कद्दूकस करके तेल में कुछ मिनट के लिए भिगो दें। इसे सिर पर लगाएं (अदरक के टुकड़ों के साथ) और 2-3 मिनट तक मसाज करें। इसे 30 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर अपने बालों को शैम्पू करें। कुछ हफ़्ते के लिए सप्ताह में दो बार नियमित रूप से ऐसा करें। अदरक में बायोएक्टिव यौगिक होते हैं जो खोपड़ी को परिसंचरण को उत्तेजित करते हैं और बालों के रोम को नया करते हैं।

महिलाओं में गंजेपन का कारण

महिलाओं में 30-40 के उम्र के पहले गंजापन न के बराबर होता है, लेकिन 40, 50 और उसके बाद से महिलाओं में गंजेपन की संभावना आमतौर पर नजर आने लगती है। पुरूषों में जैसे एन्ड्रोजेन सेक्स हॉर्मोन के ज्यादा होने के कारण गंजापन होता है वैसे ही महिलाओं में भी गंजा होने के वजह समान होते हैं। इसी तरह जो लोग अगर कम उम्र में बहुत ज्यादा धूम्रपान या सिगरेट पीते हैं तो जल्दी गंजा होने के संभावना बढ़ जाती है।

गंजा हो जाने के बाद फिर से बाल उग सकते हैं?
वैसे देखा जाये तो एक बार गंजेपन की नौबत आ जाने पर पूरी तरह से ठीक होना प्रायः असंभव होता है। हां, अगर प्रथम चरण में सही उपचार किया गया तो गिरे हुए बाल कुछ हद तक वापस आते हैं। लेकिन कोई भी इलाज करने पर प्राय: 12 महीने बाद ही उसका असर नजर में आता है।

कब से शुरु करना चाहिए गंजेपन का इलाज?
जैसे ही आपको लगने लगे की आपके बाल पहले से पतले होने लगे हैं या मांग के दोनों तरफ बाल कम होने लगे हैं तो तुरन्त डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए। आप जितनी जल्दी इलाज शुरु करेंगे उतनी ही जल्दी बालों के गिरने की प्रक्रिया को उपचार के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकेगा।

महिलाओं में गंजापन दूर करने का इलाज

मिनोक्सिडील
ये एक तरह की दवा है जो यू.एस. फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफ.डी.ए.) द्वारा स्वीकृत है। इसको लगाने से 6 से 12 महीने में नए बाल उग सकते हैं और पहले से घने नजर आते हैं। लेकिन इसको लगाने से किसी-किसी को साइड इफेक्ट्स का भी सामना करना पड़ता है, जैसे- त्वचा शुष्क हो जाना, खुजली होना, लाल जैसा दिखना आदि।

हेयर ट्रांसप्लांट
इस प्रक्रिया में स्कैल्प के एक जगह से पतले बालों को लेकर, जहां पर बाल नहीं है वहां प्रत्यारोपण (हेयर ट्रांसप्लांट) किया जाता है।

हेयर वीविंग
इस तकनीक में सामान्य बाल या सिथेंटिक हेयर को गंजेपन वाले स्थान पर लगाया जाता है।

लोअर लेवल लेजर थेरेपी
लेजर ट्रीटमेंट से बालों का गिरना कम करने के साथ-साथ गंजापन भी ठीक किया जा सकता है। इसके इलाज से ब्लड सेल्स एक्टिव हो जाती है और स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर तरीके से होने के कारण नए बाल उगने लगते हैं ।

गंजापन कम करने के घरेलू उपाय
आमतौर पर लोग बाल का झड़ना कम करने के लिए तरह-तरह के घरेलू उपाय करते हैं, लेकिन इसके लिए उपाय की मात्रा, लगाने का तरीका, कितने दिनों तक इनका इस्तेमाल किया जाय, इन विषय पर कोई प्रामाणिक तथ्य नहीं है। ये सिर्फ लोगों की मान्यताओं पर निर्भर है।

अंडे की जर्दी
अंडे की जर्दी को बालों में लगाने से ऐलोपेशिया का कुछ हद तक उपचार किया जा सकता है, क्योंकि मुर्गी के अंडे में हेयर ग्रोथ फैक्टर होता है। यह कोशिकाओं को विकसित करके नए बालों के विकास में सहायता करते हैं ।

प्याज का रस
ये घरेलू नुस्ख़ा बहुत ही जाना-माना है। दादी-नानी के जमाने से बालों का झड़ना कम करने के लिए घरेलू  नुस्ख़े के रूप में प्याज के रस का इस्तेमाल किया जाता रहा है। ताजा प्याज का रस बालों का झड़ना कम करने के साथ-साथ नए बालों के विकास में भी मदद करता है।

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