मुजफ्फरपुर में स्मार्ट सिटी के नाम पर गड्ढे ही गड्ढे
मुजफ्फरपुर
स्मार्ट सिटी के नाम पर पूरे शहर को खोदकर छोड़ दिया गया है। जहां काम नहीं हो रहा वहां भी सड़क एवं नाला को खोदकर छोड़ दिया गया है जिससे शहरवासियों को भारी परेशानी हो रही है। व्यवसायी भी परेशान हैं। कार्य की गति इतनी धीमी है कि महीनों बीत जाने के बाद भी काम पूरा नहीं हो पा रहा है। महापौर ई. राकेश कुमार ने जनता को हो रही परेशानी को देखते हुए नाराजगी जताई है। उन्होंने स्मार्ट सिटी कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय को पत्र लिखकर कहा है कि शहरवासियों की परेशानी को देखते हुए स्मार्ट सिटी कंपनी एजेंसियों को तेजी से काम करने को कहे और जहां काम करना हो वहीं सड़क एवं नाला की खोदाई करे। उन्होंने कहा कि बैरिया गोलंबर से धर्मशाला चौक, धर्मशाला चौक से तिलक मैदान रोड होते हुए अखाड़ाघाट एवं नगर थाना चौक से कल्याणी चौक होते हुए हरिसभा चौक तक स्मार्ट सिटी योजना के तहत सड़क एवं नाले का निर्माण किया जा रहा है।
बैरिया चौक से लक्ष्मी चौक तक आवागमन छह माह से प्रभावित है लेकिन अब तक वहां नाले एवं सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है। शहर के अन्य इलाकों में भी यही हालात है। महापौर ने कहा कि जिन बड़ी एजेंसियों ने काम लिया है उन्होंने अपना काम स्थानीय स्तर पर छोटे-छोटे ठीकेदारों को सौंप दिया है जो काम करने में कोताही बरत रहे हैं। कार्य की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है। उन्होंने इस पर अंकुश लगाने को कहा है। कहा कि जितनी खोदाई की जाए उसे बनाकर आगे की खोदाई की जाए जिससे न नाला का बहाव अवरुद्ध होगा और न ही यातायात प्रभावित होगा। इससे पूर्व नगर विधायक विजेंद्र चौधरी ने भी स्मार्ट सिटी कंपनी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए प्रबंधक निदेशक को पत्र लिखा था।